टीम ने 500 से अधिक कॉल डिटेल की पड़ताल के आधार पर पराग की लोकेशन पता लगा ली. लेटेस्ट अपडेट- युपी ग्राम पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है | ग्राम पंचायत चुनाव April / May 2021 में कराये जाने की सम्भावना है | चुनाव आयोग  द्वारा पंचायत चुनाव चुनाव चार चरणों में आयोजित करवाए जायेंगे | वोटर लिस्ट सत्यापन की अंतिम तिथि 15 नवम्बर 2020 है | चुनाव आयोग  द्वारा 28 दिसम्बर को मतदाता सुची का फाइनल ड्राफ्ट प्रकाशित किया जायेगा |, कोरोना महामारी के चलते थोड़े समय के लिए दुनिया ठहर गई थी। मगर अब धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी पर आ रही है। इसी बीच उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायत चुनावों की तारीख भी नजदीक आ गई है ।उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कुल 58,758 ग्राम पंचायत (Gram Panchayat), 821 क्षेत्र पंचायत (821 Area Panchayat) और 75 जिला पंचायत  (75 District Panchayat) है। हालांकि चुनाव की तैयारियां इसी साल की शुरूआत से शुरु हो गई थी, मगर कोरोना के चलते चुनावों की संभावना अगले साल की बताई जा रही है। अब यह संभावनाएं जताई जा रही है कि पंचायत चुनाव 2021 (Panchayat Election 2021) में होंगे। ग्राम पंचायत चुनावों को लेकर अन्य सूचनाएं आना बाकी है। पिछले 5 सालों में उत्तर प्रदेश के करीब 1000 ग्राम सभाओं का शहरी क्षेत्रों में विलय हो गया है राज्य के 48 जिले सीमा विस्तार से प्रभावित हुए हैं। इनमें सिर्फ उनका ही सीमांकन होगा जो आंशिक रूप से पंचायत में शामिल है। मुरादाबाद, संभल गोंडा में 2015 के चुनाव में सीमांकन नहीं हो सका था।अभी कुल 51 जिलों में नए सिरे से वार्डों का सीमांकन किया जाना है, जैसे ही वार्ड बन जाएंगे उसके सीधे बाद ही मौजूदा वोटर लिस्ट राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) को सौंप दी जाएगी। इस आयोग इस वोटर लिस्ट का वृहद पुनरीक्षण का काम शुरू करवा देगा। मौजूदा ग्राम पंचायतों का कार्यकाल 26 दिसंबर तक है। क्षेत्र पंचायत (Area Panchayat) का कार्यकाल अगले साल जनवरी तक और जिला पंचायतों (District Panchayat) का कार्यकाल अगले साल मार्च तक है। बीती 18 मई को आयोग में एक पत्र के जरिए पंचायती राज विभाग ने 32 जिलों की 267 पंचायतों की सूचना दी है जोकि पूर्ण रूप से शहरी क्षेत्र में शामिल हो गई है।, 2015 में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया में 59,162, ग्राम पंचायतों के लिए 11,77,000 मतदाताओं ने मतदान किया था। मगर इस बार करीब 250 से 500 के बीच ग्राम पंचायतों को शहरी क्षेत्र में शामिल करने की वजह से ग्राम पंचायतों की संख्या कम रहेगी। पंचायत चुनाव विधानसभा की वोटर लिस्ट के बजाय आयोग की अपनी ही वोटर लिस्ट (Voter List)  से करवाए जाएंगे। साथ ही जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष के चुनाव प्रत्यक्ष होंगे, यानी जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत (District Panchayat & Area Panchayat) के निर्वाचित सदस्य ही इन दोनों का चयन करेंगे ना कि आम ग्रामीण जैसा कि पहले सोचा गया था।, 2015 में जिलों में ग्राम पंचायत व प्रधान पद का चुनाव चार चरणों में हुआ था। प्रत्येक चरण में 5 ब्लॉक शामिल थे। इस बार चुनाव प्रक्रिया तीन चरणों में होगा, जिसमें ग्राम पंचायत चुनाव को एडीएम, एडीशनल डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट (Additional District Magistrate )। देखेंगे क्षेत्र पंचायत चुनाव एसडीएम, सब डिविजनल मैजिस्ट्रेट (Sub Divisional Magistrate) देखेंगे और जिला पंचायत चुनाव डीएम, डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट (District Magistrate) देखेंगे।, इस बार के पंचायत चुनावों (UP Panchayat Election) में सीटों के आरक्षण का मामला काफी बदला बदला नजर आएगा। इस बार आरक्षण फिर से तय किया जाएगा। इस नए आरक्षण के निर्धारण से प्रदेश में पंचायतों के आरक्षण (Reservation) की हालत पूरी तरह बदल जाएगी। वर्ष 2015 में हुए पिछले पंचायत चुनाव में जो पंचायत जिस वर्ग के लिए आरक्षित थी। इस बार वह पंचायत उस वर्ग के लिए आरक्षित नहीं होगी। चुनावों के लिए अनुसूचित जाति (Scheduled Castes), अनुसूचित जाति महिला (Scheduled Castes Women), अनारक्षित (Unreserved), अनारक्षित महिला (Unreserved Women), अन्य पिछड़ा वर्ग (Other Backward Classes), अन्य पिछड़ा वर्ग महिला (Other Backward Classes Women), अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribes), अनुसूचित जनजाति महिला (Scheduled Tribes Women) के वर्गों में नए सिरे से आरक्षण तय किया जाएगा। आरक्षण का निर्धारण चुनाव से 3 महीने पहले होने का नियम है, ग्राम पंचायत के चुनाव अगले वर्ष अप्रैल / मई माह में कराये जाने की संभावना है । चुनाव की अधिसूचना जारी होने से मतगणना और परिणाम घोषित होने में ही 40 से 45 दिन का समय लगता है इसके अलावा वोटर लिस्ट में 2 से 3 महीने और मतपत्र की छपाई, चुनाव सामग्री और कर्मचारियों के प्रबंधन में भी 2 महीने तक का समय लगेगा।, ग्राम पंचायत का प्रत्याशी बनने के लिए सदस्य ग्राम पंचायत के उम्मीदवार को 500 रूपये, ग्राम पंचायत उम्मीदवार को 2000 रूपये, क्षेत्र पंचायत सदस्य के उम्मीदवार को 2,000 रूपये और जिला पंचायत सदस्य को 4,000 की धनराशि जमा करानी होगी।.